मूंग और उड़द : में जाने क्या रह सकता है बाजार

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मूँग की ताजा वर्तमान स्थिति 

मूंग और उड़द : में जाने क्या रह सकता है बाजार पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली बेस्ट मूंग एमपी लाईन 3KG-8250/75 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम-8300/25 रूपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान मूंग में मांग बनी रहने से +50 रूपए प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुआ, मूंग के दाम में पिछले सप्ताह मिला जुला रुख रहा।

 मूंग की सप्लाई और डिमांड वर्तमान में कितनी है

मूंग दाल में नीरस मांग और पर्याप्त सप्लाई से भाव पर दबाव। कर्नाटक में मूंग की बेहतरीन फसल और आवक है। लेकिन बारिश के कारण नमी की मात्रा थोड़ी बढ़ने की संभावना। महाराष्ट्र में अभी कटाई जारी है और बारिश होती है तो क्वालिटी को नुकसान हो सकता है।

अगले सप्ताह मूंग में क्या बन सकती है स्थिति 

अगला सप्ताह बाजार के लिए काफी अहम् होगा और मौसम पर नजर रखनी होगी। राजस्थान और गुजरात में भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। दिल्ली मूंग बहुत ही मजबूत 8500 सपोर्ट पर है; जब तक इसके निचे भाव बंद नहीं होता गिरावट मुश्किल। मंडी में मध्यम/अच्छी क्वालिटी मूंग 7000-7500 की रेंज में खरीदा जा सकता है

उड़द की तेजी मंदि रिपोर्ट

उड़द की ताजा वर्तमान स्थिति 

पिछले सप्ताह सुरुवात सोमवार चेन्नई एसक्यू-8750 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम एसक्यू 8800 रुपये पर बंद हुआ बीते सप्ताह के दौरान उडद मे मांग बनी रहने से +50 रुपए प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुई,

उड़द में  विदेशी बाजार का कितना है सपोर्ट

कमजोर मांग और महाराष्ट्र कर्नाटक के नए उड़द की आवक से बाजार में कमजोरी का जारी रही। हालांकि सप्ताह के अंत में ग्राहकी और शार्ट कवरिंग के कारण भाव में कुछ सुधार भी दिखा। बर्मा में भी उड़द के डॉलर में दाम में बढ़ने से बाजार को सपोर्ट मिलता नजर आया जानकारों के अनुसार उड़द बाजार में गिरावट अब जल्द थमने की उम्मीद अधिक

उड़द में बुवाई की स्थिति

कृषि विभाग के अनुसार 16 अगस्त तक बोआई 1.2% घटकर 28.33 लाख हेक्टेयर सर्वे के अनुसार देश में कुल बोआई लगभग 30% से अधिक कम होने का अनुमान। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में उड़द की बोआई कम और मूंगफली-सोयाबीन का रकबा बढ़ा है। सितम्बर में देश में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना। देश में सबसे अधिक उड़द का कुल लगभग 60% तक उत्पादन बुंदेलखंड (एमपी/यूपी) में होता है। शेष लगभग 40% राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आदि राज्यों में होता है। यदि सितम्बर में बंदेलखंड और राजस्थान में सामान्य से अधिक बारिश होती है तो फसल प्रभावित हो सख्ती है।

आगे उड़द की क्या स्थिति रह सकती है

पिछले 4-5 वर्षों से सितम्बर/अक्टूबर की बारिश से उड़द को बड़ा नुकसान हो रहा है। चेन्नई उड़द (SQ) 8500-8700 की रेंज में खरीदी बेहतर हो सकता है। चेन्नई उड़द का ट्रेंड कमजोर है; लेकिन 8500 के निचे जाने की उम्मीद कम। उड़द दाल में मांग कमजोर है; लेकिन 1-2 सप्ताह में मांग में सुधार की उम्मीद

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नोट : किसान भाइयों एवं व्यापारी भाइयों यह एक व्यापारिक राय है जो फंडामेंटल सभी बन रहे हैं उनकी जानकारी इस रिपोर्ट में आपको मिली है लेकिन अपना व्यापार अपने विवेक पर अपनी समझ पर करें टीम Mandikabhav.net { धन्यवाद}

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