सोयाबीन के बाजार में ये खबरें ला सकती है क्या बड़े बदलाव (Soyabean Commodities Rate)जाने विस्तार से..
सोयाबीन बाजार में दोस्तों अब एक अनिश्चित यह फैल रही है कि सरकार आयात शुल्क में यदि अमेरिकी दबाव में कटौती कर देती है तो हमें सोयाबीन बाजार और भी धराशाई होते हुए नजर आ सकते हैं सोयाबीन तिलहन फसलों में सबसे प्रमुख मानी जाती है
इससे करीबन 1 करोड़ सोयाबीन किसान और हजारों व्यापारी जुड़े हैं और कुछ पिछले वर्षों से हमें सोयाबीन के बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है सोयाबीन बाजार जिस स्थिति में आके भी फंसा हुआ है
उसमें किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है अब ऐसे में बाजार की स्थिति हमें क्या आगे देखने को मिल सकती है आज विस्तार से विश्लेषण करने वाले हैं और सोयाबीन को लेकर इंटरनेशनल मार्केट में क्या न्यूज़ चल रही है
इस पर भी हम जानकारी आपको देंगे वाले हैं और मार्केट में पिछले दिनों क्या लेखा जोखा रहा है इन सब चीजों पर चर्चा आर्टिकल करने वाले हैं अंत तक अवश्य पड़े
सोयाबीन के सरकारी बिक्री टेंडर हो रहे हैं पास किसानों की बड़ी चिंता ! Soyabean Commodities Rate
किसान साथियों इस बार सोयाबीन की रिकॉर्ड खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई सोयाबीन के भाव धरातल पर चल रहा थे इसलिए किसानों को समर्थन करने के लिए सरकार ने ऑल इंडिया के के प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्यों में सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की अब वही सोयाबीन किसनो और व्यापारियों के लिए अटकल बनी हुई है
जी हां दोस्तों पहले भी NCCf और नाफेड में जो रिकॉर्ड स्तर इस बार खरीदी की है उसे बाजार में उतरने के लिए सरकार ने टेंडर आमंत्रित किए थे लेकिन टेंडर पास नहीं हुए और सिर्फ कर्नाटक में ही 4151 से लेकर 4161 रुपए में टेंडर पास हुए
लेकिन अब 12 मार्च को दोस्तों नाफेड के द्वारा मध्य प्रदेश और कर्नाटक में करीबन 10800 टन सोयाबीन 4051 रुपए से लगाकर 4110 रुपए की कीमतों पर बाजार में उतारी जाएगी इसके टेंडर पास हो चुके हैं जो बाजार को एक डाउन ट्रेड में ले जाने के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं
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अर्जेंटीना की हड़ताल हो गई खत्म | Soyabean Commodities Rate
दोस्तों अर्जेंटीना जो सोयाबीन का सबसे प्रमुख आयतक देश है जो सोयाबीन तेल और सोयाबीन मील जगत को पूर्ण रूप से प्रभावित करने के लिए अकेला ही काफी है इस देश में अभी हमें बुधवार के दिन से सोयाबीन प्रोसेसिंग कंपनियों में हड़ताल देखने को मिल रही थी लेकिन वह हड़ताल अब समाप्त हो चुकी है
जिसका वैश्विक आपूर्ति बाजार पर हमें देखने को मिला रहा है हड़ताल के कारण बाजार में अर्जेंटीना सोया तेल में डिस्पर्टी पैदा हुई और इससे भारतीय सोयाबीन मैं हमें पारदर्शी तेजी देखने को मिली
लेकिन अभी भी कुछ विरोध जारी है यह हड़ताल वेतन को लेकर प्रारंभ हुई थी लेकिन इसने वैश्विक आपूर्ति को भी पूर्ण रूप से प्रभावित किया है
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बीते दोनों सोयाबीन की क्या स्थिति रही
Soyabean Commodities Rate | पिछले सप्ताह शुरुआत में सोमवार के दिन सोयाबीन के सबसे प्रमुख कहा जाने वाला प्लांट कीर्ति सोलापुर प्लांट 4280 रुपए पर खुला था पिछले सप्ताह बाजार उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता हुआ हमें दिखा बाजार में काफी फेरबदल हमें देखने को मिला है शनिवार के दिन बाजार बंद होते-होते कीर्ति सोलापुर 4260 पर बंद
हुआ यानी कि पिछले सप्ताह के दौरान कीर्ति प्लांट के बाजार में ओवरऑल हमें गिरावट देखने को मिली है यानी कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस बाजार बंद होते-होते बाजार में ₹20 तक की मंदी हमें देखने को मिली है सप्ताह के मध्य में लातूर प्लांट अपना सपोर्ट 4280 ब्रेक किया और वहां से गिरावट हमने देखी जो 4260 रुपए तक प्लांट चला गया
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किसान और व्यापारियों के सपोर्ट में सोपा ने उठाएं अहम कदम जिनका जिक्र उसे इस प्रकार है
Soyabean Commodities Rate | दोस्तों सोयाबीन एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी सोपा लगातार सोयाबीन किसनो और व्यापारियों के हक में आवाज उठाता रहा है और उन्हें नुकसान से बचने के लिए सोपा ने निरंतर सरकार से कई सारी चीजों पर आग्रह किया है कुछ दिनों पहले जब तेल पर आयात शुल्क नहीं लगा था
और जो रिफाइंड तेल पर आयात शुल्क लगा था वहां भी बहुत ही कम था इसे देखते हुए सोयाबीन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने सरकार से आग्रह किया था कि वह सोया तेल पर आयात शुल्क बढ़ा दे सरकार ने उनकी बात मानी भी लेकिन उसका प्रभाव हमें सीमित दायरे में देखने को मिला जिसकी जानकारी लगातार हम कई रिपोर्ट से आपको देते आ रहे हैं की कई जगह से अभी भी तेल 0% इंपोर्ट ड्यूटी पर आयात किया जाता है
यहां भी पड़े =: सौंपा ने लिखा सरकार को सोयाबीन आयात पर पत्र जाने इसके प्रभाव से सोयाबीन तेज या मंदी पड़े रिपोर्ट !
अब सोयाबीन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने एक महत्वपूर्ण जानकारी सरकार से साझा की है और पत्र लिखकर सरकार को अवगत कराया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर टैरिफ बार शुरू हो चुका है टैरिफ के अनिश्चितताओं ने बाजार को भी पूर्ण रूप से प्रभावित किया है
यदि सरकार अमेरिकी दबाव में दोस्तों आयात शुल्क में कटौती कर देती है तो यह हमारे भारतीय किसानों और व्यापारियों के लिए नुकसान भार हो सकता है और बाजार में गिरावट देखने को हमें मिल सकती है सोपा ने कुछ समय पहले NCCf और नाफेड से भी आग्रह किया था कि वह जो सोयाबीन उन्होंने अभी रिकॉर्ड स्तर खरीदा है
वह बाजार में न उतरे बाजार में अगर पूर्ण रूप से पूर्ति है और आपूर्ति को संतुलन में रहने दे अचानक से आई यह सरकारी बिक्री बाजार को प्रभावित करेगी और हो सकता है जिन व्यापारी और किसानों ने स्टॉक किया है उनके लिए यह नुकसानदही हो
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बाजार में हमें आगे क्या स्थिति देखने को मिल सकती है Soyabean Commodities Rate
दोस्तों सोयाबीन बाजार अभी इतने धरातल पर आ गए हैं कि काफी व्यापारियों एवं किसान यह सोच रहे हैं कि इस बार स्टॉक करके काफी गलत किया है सोयाबीन के भाव में लगातार गिरावट ही देखने को मिल रही है
ऐसे में खबरें आ रही है कि सरकार हो सकता है कुछ परसेंट तक आयात शुल्क में कटौती कर दे यह बाजार को पूर्ण रूप से प्रभावित करेगा और आगे आने वाले दिनों में यदि ऐसी स्थिति बनती है तो बाजार और डाउनट्रेंड में में जाते हुआ देख सकता हैं क्योंकि हमारे भारतीय बाजारों में वैसे ही 50 से 60% तेल आयात किया जाता है
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और सरकार की निर्भरता ना के समान तेलों पर अभी है सोयाबीन एसोसिएशन ऑफ इंडिया भी लगातार इस मुद्दे को उठता आया है सोयाबीन संगठन ऑफ इंडिया ने सरकार से जो अमेरिका द्वारा हमारे भारतीय खली पर अत्यधिक शुल्क लगाया गया है उसको लेकर भी मुद्दे उठाने की बात कही है | Soyabean Commodities Rate
यदि सरकार भारतीय सोयाबीन खली को लेकर कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाती है और इंसेंटिव प्लान जैसे कुछ महत्वपूर्ण फैक्टर पर सरकार ध्यान देती है तो या बाजार को समर्थन देगा अन्यथा बाजार अभी कुछ दिन और इसी रेंज में हमें देखने को मिल सकता है या फिर जब कुछ समय बाद बीज की डिमांड निकलेगी उसे समय पर हमें तेजी देखने को मिल सकती है बाकी आप अपना ऊपर अपने विवेक पर करें..Soyabean Commodities Rate
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About Author -: मेरा नाम रवि मीणा है में मूलतः राजगढ़ मध्यप्रदेश का निवासी हु और में काफी सालों से ब्लागिंग कर रहा हु मेरी रूचि नई नई योजनाओं तथा न्यूज के बारे में जानकारी लेकर उन्हें सभी लोगो तक एक दम सरल भाषा में इंटरनेट के माध्यम से पहुंचाकर उन्हें जागरूक करने में है इसलिए हमने यह वेबसाइट बनाई है हमारा उद्देश्य है की सभी लोगो तक सरकार की लाभकारी योजनाएं की जानकारी पहुंच सके हमने हर योजनाओं तथा न्यूज के पहलू का विस्तारपूर्वक अध्ययन के करने के बाद पोस्ट करते है फिर भी कोई त्रुटि या अन्य समस्या हो तो कृपया हमें ईमेल करे हमारा ईमेल पता है rm467ravi@gmail.com