अप्रैल महीने में सोयाबीन बाजार की दिशा किस तरफ रह सकती है सोयाबीन की साप्ताहिक समीक्षा तेजी मंदी रिपोर्ट क्या कह रही है (Soyabea Commodities Rate)आईए जानते हैं…
Soyabea Commodities Rate : देशभर में सोयाबीन को तिलहन फसल के रूप में काफी उत्साह के साथ किसानों की तरफ से लगाई जाती है सोयाबीन एक ऐसी फसल है दोस्तों जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना काफी दबदबा रखती है
ऐसे में दोस्तों सोयाबीन के बाजार अभी हमारे घरेलू स्तर पर काफी धरातल पर हमें कारोबार करते हुए दिख रहे थे लेकिन इस सप्ताह में अचानक से सोयाबीन बाजार में एक रिकवरी हमने देखी है इससे व्यापारी और किसान जिन्होंने जो सोयाबीन का स्टॉप किया है उनमें एक आस जगी है कि सोयाबीन में अप्रैल माह में तेजी आ सकती है..Soyabea Commodities Rate
आज के इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझने वाले हैं सोयाबीन बाजार के फैक्टर क्या कह रहे हैं सोयाबीन में आगे आने वाले दिनों में तेजी रहेगी या मंदी रहेगी बाजार की दिशा किस तरफ जा सकती है क्या कारक है जो बाजार को पूर्ण रूप से प्रभावित करने में अपनी भूमिका निभाएंगे तो आईए जानते हैं
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोयाबीन को लेकर क्या खबरें चल रही है | Soyabea Commodities Rate
किसान साथियों व्यापारी भाइयों अर्जेंटीना जो कि अमेरिका और ब्राजील के बाद सोयाबीन का सबसे प्रमुख उत्पादक देश है इसमें दोस्तों पुराने स्टॉक में कमी देखने को मिल रही है और नई फसल में कटाई में देरी से सोयाबीन की जो पराई होती है उसमें दोस्तों हमें गिरावट देखने को मिल रही है
जिससे वैश्विक स्तर पर सोया तेल की आपूर्ति और सोया उत्पादों की आपूर्ति में असर पड़ा है कुछ सूत्रों की माने तो वैश्विक स्तर पर तापमान बढ़ रहा है और सूखे के कारण अर्जेंटीना में 10 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन कम होने की उम्मीद जताई जा रही है और इस वर्ष अर्जेंटीना में दोस्तों में सोयाबीन का उत्पादन 445 लाख टन से लेकर 496 लाख टन के बीच में देखने को मिल सकता है
जिसमें पिछले साल के मुकाबले 10 लाख टन की कमी आ सकती है और इधर वैश्विक स्तर पर सोयाबीन के बाजार को निर्धारित करने वाला देश ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन इस वर्ष बढ़ाने का अनुमान जताया जा रहा है
यदि इन सब का निचोड़ निकले तो वैश्विक स्तर पर सोयाबीन की कोई भी कमी नजर नहीं आ रही है भरपूर मात्रा में सोयाबीन अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर घरेलू स्तरों पर मौजूद है
बीते दोनों सोयाबीन की क्या स्थिति रही Soyabea Commodities Rate
पिछले सप्ताह शुरुआत में सोमवार के दिन सोयाबीन के सबसे प्रमुख कहा जाने वाला प्लांट कीर्ति सोलापुर प्लांट 4260 रुपए पर खुला था पिछले सप्ताह बाजार उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता हुआ हमें दिखा /सोलापुर प्लांट 4260, लातूर प्लांट 4230, हिंगोली प्लांट 4260, नांदेड़ प्लांट 4260, पर कारोबार शुरू किया था
बाजार में काफी फेरबदल हमें देखने को मिला है शनिवार के दिन बाजार बंद होते-होते कीर्ति सोलापुर प्लांट 4390, लातूर प्लांट 4360, हिंगोली प्लांट 4360, नांदेड़ प्लांट 4360, यानी की ओवरऑल कीर्ति लाइन के बाजारों में हमने इस सप्ताह के कारोबार के दौरान₹130 तक की तेजी दर्ज की और दोस्तों मार्च माह का रिकॉर्ड स्तर कीर्ति प्लांट ने 4400 छुआ
यह एक कारण कर सकता है सोयाबीन बाजार की दिशा निर्धारित
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते होंगे की निरंतर हम आपको कई रिपोर्ट से बताते आ रहे हैं सोयाबीन में सबसे प्रमुख जो कारण अभी सोयाबीन बाजार को प्रभावित करने लायक है वहां है सोया वायदा 31 मार्च 2025 को सरकार सोया वायदा पर कुछ ना कुछ महत्वपूर्ण फैसला अवश्य लगी सरकार ने सोया वायदा को 2021 में बंद किया था
और वायदा कारोबार पर लगी प्रबंध इस वर्ष हटानी थी फिर सरकार ने इसे 31 जनवरी तक बढ़ा दिया उसके बाद में इसे 31 मार्च तक बंद रहने के आदेश दे दिए गए अब के सूत्रों के अनुसार और व्यापारियों के अनुसार यहां अनुमान लगाया जा रहा है कि 31 जनवरी 2025 को सरकार सोया वायदा द्वारा से चालू कर सकती है
और साथ कमोडिटीज जिन पर वादा कारोबार पर पाबंदी लगाई गई थी उसमें से हो सकता है कुछ प्रमुख वायदा कारोबारों को सरकार दोबारा से चालू कर दे जिनके भाव धरातल पर हमें देखने को मिल रहे हैं और यह एक प्रमुख कारक है जो सोयाबीन बाजार की दिशा को पूर्ण रूप से निर्धारित करने के लिए काफी है
अमेरिका निभा रहा है सोयाबीन में दो तरफा अहमियत
दोस्तों अमेरिका एक ऐसा सोयाबीन उत्पादक देश है जो सोयाबीन की वैश्विक स्तर सप्लाई को प्रभावित करने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाता है ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी वैश्विक स्तर पर टैरिफ युद्ध छेड़ा हुआ है जिसमें वह भारत को भी सम्मिलित करने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं हो सकता है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में दोस्तों अमेरिकी वस्तुओं पर भारतीय सरकार आयत में कटौती कर दे
जिसके चलते दोस्तों सोया तेल अधिक मात्रा में अमेरिका में आयात किया जा सकता है सस्ती दरों पर यह सोयाबीन बाजार को पूर्ण रूप से प्रभावित करेगा और दोस्तों वैसे भी हमारे भारत में सोया तेल की आत्मनिर्भरता नहीं है और आयात पर ही तेल बाजार टिका हुआ है लेकिन यह मुद्दा सिर्फ तेल तिलहन बाजार के लिए नहीं है
यह मुद्दा अन्य प्रमुख बाजारों के लिए और आम जनता के लिए भी महत्वपूर्ण है और इधर यदि वह बायोडीजल निर्माण में सोया तेल की भूमिका को बढ़ा देते हैं टैरिफ के चलते तो यह सोयाबीन बाजार को वैश्विक स्तर पर समर्थन देगा
बाजार में हमें आगे क्या स्थिति देखने को मिल सकती है
सोयाबीन के भाव में जो उतार-चढ़ाव चल रहा है इसे प्रभावित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घरेलू स्तर पर सोयाबीन उत्पादक प्रमुख देशों में जो घटनाएं घटित हो रही है इन सबसे बल मिल रहा है बाजार एक निश्चित स्थिति में आता है लेकिन एक कुछ नया तारक आकर बाजार को प्रभावित कर देता है
अब सोयाबीन में हमें दोस्तों एक हल्की सी रिकवरी देखने को मिली है सोयाबीन के भाव इतने नीचे आ गए हैं कि जो 130 से 150 रुपए तक की तेजी हमने सोयाबीन बाजार में इस सप्ताह देखीं है इसे तेजी नहीं कहा जा सकता है यह हल्की सी रिकवरी ही मानी जाएगी अब आगे आने वाले दिनों में यदि यह रिकवरी जारी रहती है
तो बाजार में हम एक तेजी का दौर कह सकते हैं लेकिन जो फैक्टर अभी बाजार में बना रहे हैं वह ज्यादा दिनों तक इस तेजी को टिकने नहीं देंगे और सोयाबीन के बाजार को प्रभावित करने वाला सबसे प्रमुख कारण वायदा कारोबार है
इस पर कुछ फैसला आने के बाद ही सटीक आंकड़े सोयाबीन पर दिए जा सकते हैं लेकिन व्यापारियों और विशेषज्ञों के द्वारा अभी यह अनुमान लगाया जा रहे हैं कि सोयाबीन बाजार में यह स्थिति और कुछ दिनों तक रह सकती है और बाजार एक सीमित दायरे में ही हमें कारोबार करता हुआ नजर आएगा..Soyabea Commodities Rate
बाकी आप अपना व्यापार अपने विवेक पर करें जो जानकारी हमने आपको दी है यह इंटरनेट के बिजनेस स्रोतों से ली गई है
यहां भी पड़े =: आने वाले समय में नई सरसों में तेजी की कितनी गुंजाइश जाने इस तेजी मंदी की स्पेशल रिपोर्ट में
यहां भी पड़े =: गेहूं पंजीयन पर ले जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान नहीं तो पछताना पड़ेगा जरूर पड़े !
यहां भी पड़े =: अब सरकार खुद देगी गन्ने की सबसे उन्नत बीज की किस्म पर भारी सब्सिडी जल्दी करें आवेदन !
.किसानी सलाह के लिए व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े
यहां भी पड़े =: 2025 में भारत में पहला इलेक्ट्रॉनिक ट्रैक्टर हो गया लॉन्च जाने इसके फीचर्स और कीमत !
यहां भी पड़े =:गांव के बेरोजगार युवक खाद बीज की दुकान के लिए इस तरह प्राप्त करें लाइसेंस !
यहां भी पड़े =: SBI दे रहा किसानों को 1 लाख 60 हजार का लोन बिना गारंटी के जाने पूरी प्रक्रिया !
व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े
किसानी सलाह के लिए व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

About Author -: मेरा नाम रवि मीणा है में मूलतः राजगढ़ मध्यप्रदेश का निवासी हु और में काफी सालों से ब्लागिंग कर रहा हु मेरी रूचि नई नई योजनाओं तथा न्यूज के बारे में जानकारी लेकर उन्हें सभी लोगो तक एक दम सरल भाषा में इंटरनेट के माध्यम से पहुंचाकर उन्हें जागरूक करने में है इसलिए हमने यह वेबसाइट बनाई है हमारा उद्देश्य है की सभी लोगो तक सरकार की लाभकारी योजनाएं की जानकारी पहुंच सके हमने हर योजनाओं तथा न्यूज के पहलू का विस्तारपूर्वक अध्ययन के करने के बाद पोस्ट करते है फिर भी कोई त्रुटि या अन्य समस्या हो तो कृपया हमें ईमेल करे हमारा ईमेल पता है rm467ravi@gmail.com