Remove Yellowness In Wheat : गेहूं की फसल में पीलापन या फिर जड़ माहू किट होने पर करें यहां उपाय और बचाए अपनी फसल !

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Remove Yellowness In Wheat : गेहूं की फसल में पीलापन या फिर जड़ माहू किट होने पर करें यहां उपाय और बचाए अपनी फसल देशभर के अधिकांश क्षेत्रों में गेहूं की बुवाई पूरी हो चुकी है अब ऐसे में कृषि विशेषज्ञ देशभर के गेहूं क्षेत्र पर अपनी नजर बनाए हुए हैं इसी संदर्भ में अब गेहूं में जड़ माहू किट एवं पीलापन रोग अपना फैलाव कर रहा है इसी के बचाव में कृषि विशेषज्ञों ने जो एडवाइजरी जारी की है उसके संदर्भ में हम इस लेख को प्रस्तुत करने जा रहे हैं

किसी विशेषज्ञों के मुताबिक मौसम के परिवर्तन के कारण गेहूं में अभी पीलापन रोग और जड़ माहू किट कब फैलाव हो रहा है जिसे बचाव के लिए आप यह उपाय कर सकते हैं

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पीलापन रोग और जड़ माहू किट की पहचान कैसे करें

  • गेहूं के पौधे के जड़ भाग के क्षेत्र पर काले भूरे हल्के पतले सूक्ष्म में से कट रहते हैं
  • जो धीरे-धीरे पेड़ की उर्वरक क्षमता और रस चूस कर पेड़ को कमजोर बना देते हैं
  • जिस पेड़ पीला पड़ के सुख लगता है इसकी पहचान करने के लिए गेहूं का पौधा उखाड़े
  • और उसे देखें तो आपको उसे पौधे के जड़ भाग पर छोटे सूक्ष्म जीव दिखाई देंगे
  • जिस क्षेत्र में या फिर जिस फील्ड में यहां रोग एक बार आ जाता है
  • उसे फील्ड का खेत पूरी तरीके से उनके कब्जे में हो जाता है
  • और यह फसल को काफी भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं
  • यदि इनका समय पर रख रखा ना किया जाए तो इन्हें नष्ट न किया जाए तो उच्च तापमान
  • और उच्च आद्रता में यह किट सबसे ज्यादा दिखाई देते हैं
  • और यहां गेहूं के उत्पादन को भी प्रभावित करते हैं
  • जिससे किसानों का काफी नुकसान इस रोग के कारण हो सकता है
  • यदि आपके क्षेत्र में यहां रोग आ चुका है तो आप इसको रोकने का उपाय अभी कर ले अन्यथा आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है
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किसान जड़ माहू किट के नियंत्रण के लिए करें इन दबाव का उपयोग

वैसे तो अधिकांश क्षेत्रों में गेहूं की बुवाई हो चुकी है लेकिन जिन क्षेत्रों में अभी तक गेहूं की बुवाई किसी कारण की वजह से गेहूं की बुवाई नहीं हुई है उन क्षेत्र में यह उपाय आप कर सकते हैं यहां बुवाई से पूर्व इमिडोक्लोरापीरिड 48 प्रतिशत एफएस की 01 मिली दवा का प्रयोग करें एवं
थायोमेथॉक्जॉम 30 प्रतिशत, एफ.एस. दवा का उपयोग*

बीज उपचार के लिए

थायोमेथॉक्जॉम 30 प्रतिशत, एफ.एस. दवा की 1.5 मिली मात्रा प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपयोग करें।
बीज को अच्छी तरह से मिलाएं ताकि दवा समान रूप से लग जाए।
उपचारित बीज को तुरंत बोएं या सूखे स्थान पर स्टोर करें।

फायदे

  • थायोमेथॉक्जॉम 30 प्रतिशत, एफ.एस. दवा बीज में मौजूद कीटों और रोगों को नियंत्रित करती है।
  • यह दवा बीज की अंकुरण क्षमता में सुधार करती है।
  • यह दवा फसल की वृद्धि और उत्पादकता में सुधार करती है।
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कीट प्रकोप के लक्षणों को दूर करने के लिए किसान भाइयों को कुछ विशेष उपाय करने होंगे। जहां बुवाई कार्य पूर्ण हो चुका है और कीट प्रकोप के लक्षण प्रारम्भिक अवस्था में हैं, वहां किसान भाई निम्न दवाओं का छिड़काव कर सकते हैं:

  • इमिडाक्लोरोप्रिड़ 17.8 एस.एल. की 80-100 मिली मात्रा प्रति एकड़
  • थायोमेथॉक्जॉम 25 प्रतिशत डब्लूपी की 80 ग्राम मात्रा प्रति एकड़
  • एसिटामाप्रिड 20 प्रतिशत एस.पी. दवा की 60 ग्राम मात्रा प्रति एकड़

इन दवाओं को 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना होगा। इसके अलावा, किसान भाई थायोमेथॉक्जॉम 30 प्रतिशत कीटनाशक की 250 मिली मात्रा को 50 किलो यूरिया खाद में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते हैं।

Note -: किसान साथियों यहां सब दवा का छिड़काव करते समय आप आपके क्षेत्र के किसी शिक्षक को आपके खेत का एक बार प्रमाण आवश्य करवाई और उनसे सलाह ले

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