दोस्तों इस पोस्ट में हम बात करेंगे नया गेहूं 3000 होगा या नहीं मूंग तुवर तेजी मंदी रिपोर्ट भी जाने गेहूं मूंग तुवर की तेजी मंदी आगे के भविष्य के बारे में कितनी तेजी मंदी आयात निर्यात होगा या नहीं अब आपको खरीदना है या बेचना है सभी जानकारी विस्तार से बताई गई है कृपया विस्तार पूर्वक इस पोस्ट को अंत तक जरूर पड़े अगर हमारी पोस्ट पसंद आए तो लगातार हमारे इस वेबसाइट पर विजिट करते रहे और मंडी भाव प्लांट भाव मिल डिलीवरी दिल्ली मुंबई चेन्नई कोलकाता लाइन और सभी की तेजी मंदी की नई अपडेट के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जरूर जुड़े हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें WATSUP GROUP में जुड़
मूंग में यहां से कितनी तेजी हो सकती है जान इस रिपोर्ट में
मूंग-ज्यादा नहीं घटेगी
8 मार्च मूंग 2 महीने से पहले कोई फसल आने वाले नहीं है। दूसरी ओर बिहार झारखंड एवं यूपी के माल निपट चुके हैं तथा राजस्थान के खाटू दौसा डीडवाना नागौर केकड़ी एवं शेखावाटी लाइन के माल यहां उतर रहे हैं। वह नरेला धर्म कांटों से हाथों-हाथ बिकती जा रही है। पाइप लाइन में ज्यादा माल नहीं है, इसे देखते हुए आगे भी इसमें ज्यादा घटने की गुंजाइश नहीं है। वर्तमान भाव पर जरूरत का व्यापार करना चाहिए, ऊंचे भाव में ज्यादा स्टॉक लाभ भी नहीं देगा।
तुवर मैं अब माल बेच देना चाहिए क्या है कारण जाने इस रिपोर्ट में
तुवर-बड़े भाव में बेचिए
8 मार्च तुवर का स्टॉक मंडियों में काफी निपट चुका है तथा आने वाली तुवर बर्मा में एक सप्ताह के अंतराल 100-120 डॉलर प्रति टन क्वालिटी के अनुसार बढ़ाकर बोलने लगे हैं। यहां भी लेमन 102 रुपए प्रति किलो पिछले महीने बिकी थी, उसके भाव 107 रुपए हो गए हैं। महाराष्ट्र के तुवर नीचे में 98 रुपए से बढ़कर 100/108 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई है। हालांकि 4-5 दिनों से तुवर के भाव टिके हुए हैं तथापि बुढलाडा से अकोला के बीच में तुवर की फसल को काफी नुकसान हुआ है, जिस कारण मंडियों में माल की कमी बनी हुई है। रबी सीजन वाली तुवर को आने में अगले महीने आ जाएगी, इन परिस्थितियों को देखते हुए 2 रुपए किलो की और तेजी तुवर में आ सकती है, लेकिन माल बेचना चाहिए।
नए गेहूं में आगे तेजी आएगी या मंदी अभी जान लो
गेहूं-नये माल से तेजी नहीं
8 मार्च यद्यपि सरकार द्वारा गेहूं की बिक्री टेंडर में बंद कर दिया गया है, लेकिन छिंदवाड़ा बैतूल गंज मुलताई लिंगा लाइन में नया गेहूं आ जाने से स्टॉक के माल भी निकलने लगे हैं। दूसरी ओर रोलर फ्लोर मिलें भी आटा मैदा सूजी में चालानी मांग कमजोर होने से जरूरत के अनुसार ही माल खरीद रही है। गेहूं की बिजाई चारों तरफ बंपर हुई है तथा अभी तक मौसम अनुकूल होने तथा ठंडा होने से उत्पादकता बढ़ने हेतु अधिक समय मिल गया है, इन परिस्थितियों में अभी तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए। बाजार फिर से घट कर 2600/2650 रुपए प्रति क्विंटल पर आकर टिक गया है। अतः स्टॉक के माल बेचते रहना चाहिए
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About Author -: मेरा नाम रवि मीणा है में मूलतः राजगढ़ मध्यप्रदेश का निवासी हु और में काफी सालों से ब्लागिंग कर रहा हु मेरी रूचि नई नई योजनाओं तथा न्यूज के बारे में जानकारी लेकर उन्हें सभी लोगो तक एक दम सरल भाषा में इंटरनेट के माध्यम से पहुंचाकर उन्हें जागरूक करने में है इसलिए हमने यह वेबसाइट बनाई है हमारा उद्देश्य है की सभी लोगो तक सरकार की लाभकारी योजनाएं की जानकारी पहुंच सके हमने हर योजनाओं तथा न्यूज के पहलू का विस्तारपूर्वक अध्ययन के करने के बाद पोस्ट करते है फिर भी कोई त्रुटि या अन्य समस्या हो तो कृपया हमें ईमेल करे हमारा ईमेल पता है rm467ravi@gmail.com