इस राज्य में सरकार दे रही है पपीता केला और अमरूद की खेती पर भारी सब्सिडी पड़े पूरी प्रक्रिया !

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इस राज्य के किसानों के लिए खुशखबरी सरकार केला पपीता और अमरूद की खेती करने वाले किसानों को देगी अनुदान यहां से जाने विस्तार से पूरी जानकारी…

Farming Subsidy : हमारे देश में किसानों को पारंपरिक खेती के साथ-साथ फल फूल और सब्जियों की खेती के प्रति प्रोत्साहन करने के लिए सरकार के लाभकारी योजना चल रही है देश भर में जगह-जगह पर हफ्ते अपने स्तरों पर राज्य सरकारी काम कर रही है और सरकार किसानों को पशुपालन शायरी फॉर्म मछली पालन झींगा पालन जैसे व्यवसाय के लिए भी प्रोत्साहन कर रही है

अब एक अनोखी बात सामने आ रही है बिहार से की सरकार किसानों को अमरूद पपीता और केले की खेती करने पर प्रोत्साहन करेगी खास करके अमरूद की खेती यदि कोई किसान करना चाहता है तो उसे पर सरकार उन्हें अनुदान प्रदान करेगी और अमरूद पपीता और केले की खेती करने वाले किसानों को उच्च प्रशिक्षण भी सरकार अपनी तरफ से प्रदान करेगी अभी चयन प्रक्रिया चालू हो चुकी है आईए जानते हैं विस्तार से पूरी जानकारी

कहां पर मिल रहा है अनुदान फसलों की खेती करने पर | Farming Subsidy

अमरूद की खेती करने वाले किसानों को बिहार सरकार देगी अनुदान दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसानों को अमरूद की खेती और फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहन कर रही है

इसके तहत अमरूद की खेती करने वाले किसानों को सरकार अनुदान प्रदान करेगी आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि सरकार केले और पपीते की खेती को भी प्रोत्साहित कर रही है

जिससे किसानों को काफी लाभ हो रहा है बिहार के गोपालगंज क्षेत्र में की बात है की इस साल जिले में उद्यान विभाग 100 हैकटेयर व्यावसायिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने इस बार योजना बनाई है बिहार के गोपालगंज क्षेत्र में किसानों को अमरूद की खेती करने पर अनुदान दिया जाएगा

अलग-अलग राशि निर्धारित की जाएगी अनुदान की और डायरेक्ट किसानों को मिलेगा फायदा

Farming Subsidy | केला अमरूद और पपीता की खेती के लिए किसानों को अलग-अलग अनुदान प्रदान किए जाएंगे और अनुदान के साथ-साथ सरकार फलों की खेती उन्नत तरीके से कैसे की जाती है इसका प्रशिक्षण भी किसानों को देने वालीहै जिला कृषि पदाधिकारी भूपेंद्र मणि त्रिपाठी‌ ने बताया है कि पहले चरण में जिले के 100 हेक्टेयर में अमरूद की व्यावसायिक खेती पर अनुदान प्रदान किया जाएगा

जिसके लिए अभी लक्ष्य निर्धारित सभी प्रखंडों में हो चुके हैं उन्होंने बताया है की प्रति हेक्टेयर किसानों को 1110 अमरूद के पौधे लगाने होंगे जिस पर सरकार उन्हें अनुदान राशि प्रदान करेगी प्रति पौधे की कीमत सरकार की तरफ से ₹30 निर्धारित की गई है किसानों का अनुदान पर पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे

जिससे किसानों को काफी सहूलियत होने वाली है पहले साथ अमरूद की खेती करने वाले किसानों को 90% पौधे बनाने होंगे किसानों को यह अनुदान राशि डायरेक्ट उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी विभिन्न ने दो किस्तों के माध्यम से जिसके लिए चयन प्रक्रिया अभी चालू हो चुकी है

विशेष करके यह बिहार के गोपालगंज जिले के कुछ ही क्षेत्र के लिए यह योजना बनाई गई है अन्य जगहों के किसान इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं योजना की चयन प्रक्रिया चालू है आवेदन करने के लिए किसान कृषि मंत्रालय के जिला विभाग में जाकर संपर्क कर सकते हैं

फलों की खेती से किसान काम सकते हैं पारंपरिक खेती से ज्यादा मुनाफा 

किसान सचिव हमारा जो देश है वह एक कृषि प्रधान देश है हमारे देश में किसानों को पर्याप्त जानकारी न होने के कारण अच्छा मुनाफा नहीं मिल पा रहा है किस अभी भी अपनी पारंपरिक खेती कर रहे हैं जिसमें किसानों की लागत अधिक लगती है और किसानों को मुनाफा कम होता है : Farming Subsidy

यदि किसान अपने पारंपरिक खेती के साथ-साथ फल फूल या फिर सब्जियों की खेती करते हैं तो उन्हें पारंपरिक खेती से ज्यादा मुनाफा मिलता है और किस खेती के साथ-साथ मछली पालन जी का पालन पशुपालन शायरी फार्म जैसे व्यवसाय चालू कर सकते हैं जिनसे किसने की काफी अच्छी एक इनकम जनरेट हो जाएगी

किसान इन सब व्यवसाय को चालू करने के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी ले सकते हैं जिनके सहित सरकार किसानों को व्यवसाय चालू करने के लिए आर्थिक सहायता राशि अनुदान के साथ प्रदान करती है आज के इस युग में किसान अपनी पारंपरिक खेती को अब काम अहमियत

यदि दे तो वह किस के लिए बढ़िया रहेगा सरकार के ही ऐसी लाभकारी योजना चल रही है जिनके तहत व्यवसाय चालू करने के लिए सरकार किसानों को सहायता करती है लेकिन किसानों को पर्याप्त जानकारी न होने के कारण वह उन योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं | Farming Subsidy

नोट; Mandikabhav.net वेबसाइट किसी भी सरकारी संस्था सरकारी विभाग या किसी भी सरकारी मंत्रालय से जुड़ी नहीं है ना ही किसी से कोई संबंध रखती है यहां सिर्फ एक व्यक्तिगत लेख एवं ब्लॉग है जिसमें दी गई समस्त जानकारी इंटरनेट के विभिन्न स्रोतों से ली गई है यदि इस आर्टिकल में किसी भी प्रकार की त्रुटि आई है तो कृपया क्षमा करें एवं हम से संपर्क करके कृपया उसे त्रुटि के बारे में बताएं हमारी टीम उसे त्रुटि को जल्द से जल्द सही करने का प्रयास करेगी धन्यवाद टीम Mandikabhav.net

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