Soyabean Market Price | सोयाबीन में तेजी क्यों नही आ रही जाने प्रमुख कारण इस स्पेशल रिपोर्ट में !

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किसान साथियों सोयाबीन में लंबे समय से कोई हलचल नहीं जाने कब बनेगी तेजी इस रिपोर्ट में..

Soyabean Market Price : किसान साथियों एवं व्यापारी भाइयों सोयाबीन कमोडिटी काफी प्रमुख एग्रीकल्चर कमोडिटी है जिसके बाजार में हमें उतार-चढ़ाव के साथ काफी दिनों से कारोबार देखने को मिल रहा है हाल सी रिकवरी हमें कुछ समय पहले देखने को मिली थी और बाजार 4900 को स्तर तक भी चला गया था

लेकिन अचानक से वहां से एक काफी बड़ी गिरावट हमने बाजार में देखी इसके पीछे दो सबसे प्रमुख कारण है जिन्होंने बाजार को पूर्ण रूप से प्रभावित किया है और तेजी को ब्रेक लगाकर बाजार को सपोर्ट की तरफ धकेल है बाजार में यहां से क्या गुंजाइश बन रही है आगामी दिनों में बाजार किस रेंज में कारोबार करता हुआ में दिखेगा

क्या प्रमुख कारक है जो बाजार को प्रभावित कर रहे हैं और इंटरनेशनल मार्केट व्यापार युद्ध का कितना क्या प्रभाव बाजार पर हमें देखने को मिल सकता है इन सब पर हम आज चर्चा करने वाले हैं तो अंत तक अवश्य बने रहे आर्टिकल काफी लाभदायक आपके लिए साथियों होने वाला है

यहां दो प्रमुख कारण है जिन्होंने बाजार में तेजी को लगा दिया ब्रेक Soyabean Market Price

पहले सबसे बड़ा और प्रमुख कारण 

सोयाबीन में तेजी ना आने का एक सबसे बड़ा कारण यह है कि भारत अर्जेंटीना से बड़ी मात्रा में आयात कर रहा है हमारे देश में खाद्य तेलों पर आत्मनिर्भरता दोस्तों पूर्ण रूप से खत्म होने वाली है क्योंकि बड़े स्तर पर खाद्य तेल आयात किया जा रहा है जिससे घरेलू रिफाइनरी और व्यापार से जुड़े लोगों को नुकसान हो रहा है

कुछ समय पहले सरकार ने घरेलू बाजार को समर्थन करने के लिए आयात शुल्क में बढ़ोतरी की थी लेकिन कई ऐसे एग्रीमेंट है जिनके तहत जीरो आयात शुल्क पर तेल आयात किया जा रहा है रिपोर्ट्स की माने तो मार्च महीने के अंत तक अर्जेंटीना ने खाद्या तेलों का रिकॉर्ड अभी तक का सबसे अधिक 4.85 लाख टन खाद्य तेल का आयात किया गया है क्योंकि व्यापारिक और विशेषज्ञ अनुमान से काफी अधिक है

भारत और नेपाल दो प्रमुख देशों ने मिलकर अर्जेंटीना से 2.44 लाख टन का खाद्य तेलों का आयात किया है जबकि बांग्लादेश ने 52000 टन खाद्य तेल का आयात किया है और पाकिस्तान में भी एक रिकॉर्ड स्तर पर 34000 टन खाद्य तेल का आयात किया गया है भारत में सनफ्लावर ऑयल का आयात भी समान अवधि में पिछले साल के मुकाबले 17 परसेंट अधिक किया गया है

और सोया मील एवं सनफ्लावर मिल का आयात भी बड़ा है अर्जेंटीना से सोयामील का निर्यात 22.6 लाख टन पहुंच गया है कि जो कि पिछले साल की समान अवधि से ज्यादा है

भारत आयात बना तो स्वाभाविक है क्योंकि खपत भी काफी ज्यादा है लेकिन घरेलू व्यापार जगत से जुड़े लोगों को इससे नुकसान हो रहा है और सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि हमारा रेगुलर वायर जो कि नेपाल है उसने भी अर्जेंटीना से निर्यात बढ़ाया है जिसका प्रभाव हमारे घरेलू तेल कंपनियों पर देखने को मिल सकता है

दूसरा सबसे बड़ा प्रमुख कारण जिसने सोयाबीन में दी गिरावट की सौगात Soyabean Market Price

किसान साथियों इस बार नेफेड और NCCF दोनों सरकारी एजेंसी ने मिलकर मध्य प्रदेश राजस्थान महाराष्ट्र तेलंगाना गुजरात और अन्य सोयाबीन उत्पादक प्रदेशों से सोयाबीन का बफर स्टॉक इकट्ठा किया था लेकिन अब कुछ समय पहले से इस बाजार में उतरने की योजनाएं बनाई जा रही थी

और इसे बाजार में उतर भी गया 23000 टन की रिपोर्ट अभी मिल रही है कि बाजार में सोयाबीन उतर गया है बाजार में इस सोयाबीन की कीमत 4300 से लेकर 4600 प्रति क्विंटल के बीच में है हालांकि जो प्लांट्स में भी भाव चल रहे हैं लेकिन खरीदारों का रुख अभी डायरेक्ट मंडियों और प्लांट की तरफ अधिक है

क्योंकि वहां पर जो सोयाबीन है उसकी क्वालिटी ज्यादा अच्छी है नेफेड और NCCF के माल से और इस बिक्री ने सोयाबीन बाजार में गिरावट अधिक कर दी लेकिन अभी भी नाफेड के पास रिकॉर्ड स्तर सोयाबीन का बफर स्टॉक है जिससे वहां कभी भी बाजार में उतर सकता है

सोयाबीन की साप्ताहिक समीक्षा रिपोर्ट क्या निकाल कर आई इस सप्ताह बीते दोनों सोयाबीन की क्या स्थिति रही

बीते दिनों सोयाबीन बाजार में उतार-चढ़ाव का कारोबार हमें देखने को मिला है खाद्य तेलों का आयात बड़ा है CBOT KLC भी उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करते हुए हमें नजर आई इंटरनेशनल व्यापार में भी कोई खास समर्थन नहीं है जिसका बाजार पर प्रभाव है हालांकि बाजार अपना सपोर्ट 4500 के पास में आ गया

और वहां से हल्की सी रिकवरी बाजार ने दिखाई है जैसा हमने पिछली रिपोर्ट में आपको बताया था कि बाजार यदि 4500 सपोर्ट को ब्रेक करता है तो वहां से गिरावट देखने को मिल सकती है लेकिन सपोर्ट ब्रेक नहीं हुआ लेकिन बाजार अभी रेजिस्टेंट 4700 से भी काफी दूर है जिसका बाजार पर प्रभाव देखने को मिलेगा…Soyabean Market Price

पिछले सप्ताह की शुरुआत में बाजार का सबसे प्रमुख सोयाबीन प्लांट हब कीर्ति लाइन हमें 4550 रुपए की शुरुआत के साथ कारोबार करता हुआ दिखा बाजार में पूरे सप्ताह उतार-चढ़ाव रहा बाजार 4500 की दशा में भी आ गया है लेकिन वहां से बाजार में कारोबार का बंद होते-होते हमें रिकवरी देखने को मिली कीर्ति लाइन बाजार सोलापुर 4580 हिंगोली 4580 नांदेड 4580 और लातूर के साथ 4550 रुपए पर बंद हुआ यानी की ओवरऑल 30 से 20 रुपए तक की तेजी बाजार में पूरे सप्ताह के दरमियान रही है

पूरे सप्ताह के दरमियान जो कारोबार हमने देखा है इसे यह देखने को मिलता है कि बाजार पर इंटरनेशनल मार्केट में चल रहे व्यापार युद्ध का पूर्ण रूप से असर देखने को मिल रहा है चीन अमेरिका के बीच में यह युद्ध छिड़ा हुआ है जिसका प्रभाव इंटरनेशनल मार्केट पर है और अब चीन अपनी सोया आपूर्ति के लिए ब्राजील की तरफ अपना रुख दिख रहा है

सूत्रों के माने तो एक बड़ी मात्रा मे चीन ने सोयाबीन खरीदी के अनुबंध ब्राजील को दिए हैं सीमेंट कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार जब पिछली बार ट्रंप सरकार बनी थी उसे समय पर भी व्यापार युद्ध की शुरुआत हुई थी और चीन ने अपने सोया आपूर्ति के लिए ब्राजील की तरफ अपना रुख दिखाया था और ब्राजील एक काफी बड़े निर्यातक के रूप में उसे समय उभर के आया

लेकिन फिर अमेरिका द्वारा दबदबा बनाया गया और अब अमेरिका ने दोबारा से टैरिफ युद्ध छेड़ दिया है जिस कारण से चीन अब अमेरिका की जगह सोया आपूर्ति सोया खल और सोया तेल के लिए ब्राजील की तरफ अपना रुख दिख रहा है प्रमुखतः सोया का इस्तेमाल चीन में पशुओं के आहार के रूप में किया जाता है

व्यापार से जुड़े लोगों का सरकार से बड़ा आग्रह | Soyabean Market Price

सोयाबीन के व्यापार करने वाले व्यापारी अब सरकार से यह आग्रह कर रहे हैं कि अमेरिका से चल रहे व्यापार वार्ता में वह ऑर्गेनिक सोयाबीन निर्यात पर कुछ बात छेड़ क्योंकि कुछ समय पहले ऑर्गेनिक सोयाबीन का निर्यात भारत से अमेरिका किया जाता था उसे समय पर काफी बढ़िया समर्थन इसका सोया पर हमें देखने को मिलता रहा था

लेकिन वहां से जब यहां निर्यात रोक दिया गया तो अब यहां पर गिरावट देखने को मिल रही है अमेरिका द्वारा अमेरिकी वस्तुओं पर आयात शुल्क कम करने की व्यापार वार्ता चल रही है अब ऐसे में भारतीय व्यापारियों का सरकार से आग्रह है कि वह अमेरिका के सामने प्रस्ताव रखें कि ऑर्गेनिक सोयाबीन निर्यात दोबारा से खोला जाए

क्या स्थिति देखने को मिल सकती है सोयाबीन के भाव में आगे

Soyabean Market Price | किसान साथियों सोयाबीन की बाजार की स्थिति पूर्ण रूप से नाफेड की बिकबाली के ऊपर अभी डिपेंड कर रही है यदि नाफेड आगे सोयाबीन के भाव घटकर सोयाबीन को बाजार में बेचता है तो इसका प्रभाव बाजार पर हमें देखने को मिलेगा बाजार अपना अहम सपोर्ट 4500 रुपए तोड़ देगा और वहां से गिरावट और भी बढ़ सकती है

और बाजार वही पुरानी रेंज 4200/4300 पर आ सकता है लेकिन यदि नाफेड यही भाव पर बाजार में सोयाबीन बचता रहा है तो बाजार 4500 के ऊपर टिका रहेगा और बाजार इसी रेंज में आगे चलने की गुंजाइश है जहां तक रही तेजी की बात तो तेजी अभी नजर नहीं आ रही है

क्योंकि सोयाबीन के भाव में समर्थन सोयामील और सोया तेल की वजह से आता है और दोनों उत्पादों के सेंटीमेंट अभी गिरावट के नजर आ रहे हैं जिस कारण से व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार की दिशा नेफेड और इंटरनेशनल मार्केट सोया मील डिमांड के ऊपर डिपेंड करेगी बाकी आप अपना व्यापार अपने विवेक पर करें..Soyabean Market Price

डिस्क्लेमर :- साथियों जो जानकारी हमने आपको दी है यह इंटरनेट के विभिन्न स्रोतों से खगोली गई है इसके कई विभिन्न स्रोत है किसी भी प्रकार की खरीदी बिक्री के बारे में हम आपको नहीं बता रहे हैं यहां से इनफॉरमेशन के लिए जानकारी आपके साथ साझा की गई है तो आप किसी भी प्रकार का फैसला अपने स्वयं विवेक से ही ले धन्यवाद

नोट; Mandikabhav.net वेबसाइट किसी भी सरकारी संस्था सरकारी विभाग या किसी भी सरकारी मंत्रालय से जुड़ी नहीं है ना ही किसी से कोई संबंध रखती है यहां सिर्फ एक व्यक्तिगत लेख एवं ब्लॉग है जिसमें दी गई समस्त जानकारी इंटरनेट के विभिन्न स्रोतों से ली गई है यदि इस आर्टिकल में किसी भी प्रकार की त्रुटि आई है तो कृपया क्षमा करें एवं हम से संपर्क करके कृपया उसे त्रुटि के बारे में बताएं हमारी टीम उसे त्रुटि को जल्द से जल्द सही करने का प्रयास करेगी धन्यवाद टीम Mandikabhav.net

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