मल्चिंग पेपर तकनीक से करें बागवानी खेती सरकार भी दे रही है भारी सब्सिडी पड़े इसके बारे में पूरी जानकारी !

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अब सरकार बागवानी खेती में किसानों को तकनीकी प्रदान करने के लिए मल्चिंग पेपर पर दे रही है सब्सिडी जाने पूरी (Mulching Paper Subsidy) जानकारी..

Mulching Paper Subsidy : दोस्तों किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने निरंतर कार्य कर रही है और वह विभिन्न प्रकार की वस्तुओं पर जो किसानों के काम आती है उन पर सब्सिडी दे रखी है और दोस्तों किसानों को आधुनिक तरीके से खेती करवाने पर भी सरकार का ध्यान है

और मल्चिंग पेपर तकनीक एक ऐसी विधि है जिसमें किस कम खर्चे में अधिक उपज ले सकते हैं आज किस आर्टिकल में हम जाने वाले हैं मल्चिंग पेपर से आप किस प्रकार खेती कर सकते हैं उसी के साथ में सरकार दे रही है अनुदान इस पर भी हम चर्चा करेंगे

कितनी मिलेगी सब्सिडी मल्चिंग पेपर पर | Mulching Paper Subsidy

किसने की खेती को आधुनिक तरीके से करने के लिए और उन्हें एक नई तकनीक से बागवानी करने के लिए सरकार प्रोत्साहन काफी दिनों से कर रही है इसी कड़ी में बिहार सरकार ने मल्चिंग पेपर पर सब्सिडी देने की योजना बनाई है जी योजना के किसानों को मैचिंग पेपर पर 50% अनुदान दिया जाएगा जो मल्चिंग ₹32000 में आता है वह मल्चिंग पेपर किसानों को सिर्फ अब 50% सब्सिडी के साथ₹16000 में मिल जाएगा यह किसानों को काफी फायदेमंद रहेगा तो आईए जानते हैं इसके लिए आप कैसे आवेदन कर सकते हैं

कैसे कर सकते हैं किसान आवेदन | Mulching Paper Subsidy

इच्छुक किसान जो मल्चिंग पेपर सब्सिडी पर लेना चाहते हैं उन्हें ऑनलाइन आवेदन करना होगा ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको आधिकारिक पोर्टल https://horticulture.bihar.gov.in/ पर विजिट करना होगा पोर्टल पर जाने के बाद विस्तार से पूरी जानकारी दर्ज कीजिए और आपका आवेदन हो जाएगा या फिर आप ई मित्र केंद्र जाकर भी आवेदन कर सकते हैं

टमाटर की खेती में करें इस आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल और उत्पादन में ले वृद्धि !

किसान साथियों आज हम बात करने वाले हैं मल्चिंग पेपर तकनीक की जिसमें आप उत्पादन अधिक ले सकते हैं और कई प्रकार के फायदे आपको मल्चिंग पेपर तकनीक से खेती करने में मिलते हैं मल्चिंग पेपर से आप कई प्रकार की खेती कर सकते हैं

यदि आप मल्चिंग पेपर का उपयोग टमाटर की खेती में करते हैं तो आपको टमाटर के उत्पादन में भी वृद्धि देखने को मिलेगी और कई प्रकार के खर्चे जो आपके खेती में हो जाते हैं जैसे की खरपतवार नाशी जल का संरक्षण और भी कई प्रकार के फायदे आपको मल्चिंग पेपर तकनीक से टमाटर की खेती करने में मिलेंगे

आज हम डिटेल में बात करने वाले हैं मल्चिंग पेपर तकनीक का आप कैसे टमाटर की खेती में उपाय करके टमाटर के उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैं और अपने आर्थिक स्थिति में भी वृद्धि कर सकते हैं

कम लागत में मिलेगा अधिक उत्पादन और समय की बचत ! Mulching Paper Subsidy

टमाटर की खेती जो किसान करते हैं वह अक्सर बदलते मौसम और जलवायु परिवर्तन से परेशान रहते हैं क्योंकि जिस प्रकार मौसम बदलता है उसी प्रकार टमाटर में नए-नए रोग आते हैं और नए-नए खरपतवार उगते हैं टमाटर की फील्ड में जिससे किसानों को समय-समय पर इस चीज की देखभाल करनी पड़ती है

किसानों का काफी समय भी बर्बाद होता है और खरपतवार का नियंत्रण करने में काफी पैसा किसानों का खर्च होता है यदि वह मल्चिंग पेपर तकनीक का इस्तेमाल करते हैं तो यह उनके लिए एक वरदान साबित होगा

जिसमें किसानों का खर्च कम होता है खरपतवार नियंत्रण में किसानों को पैसा खर्च नहीं करना पड़ता है कम पानी में अधिक उत्पादन किसान ले सकते हैं और उनका समय भी काफी बच जाता है मल्चिंग पेपर तकनीक में किसान जमीन को प्लास्टिक किया फिर अन्य किसी चीज से ढक देते हैं इसे मल्चिंग पेपर तकनीक कहते हैं

मल्चिंग से टमाटर की खेती में होने वाले फायदे ( Tomato farming 2025 )

जल संरक्षण :- मल्चिंग तकनीक में भूमि में नमी लंबे समय तक बनी रहती है जिससे किसानों को सिंचाई करने की कम आवश्यकता पड़ती है जिससे जल की बचत होती है और कम सिंचाई में किसान ज्यादा उत्पादन ले सकते हैं !

खरपतवार नियंत्रण :- इस तकनीक में खरपतवार कम उगता है जिससे किसानों को कम खर्च करना पड़ता है खरपतवार नियंत्रण में और पौधे को पोषण प्रधान हो जाते हैं !

मिट्टी और तापमान में संतुलन :- मल्चिंग टैक्टिक में सर्दियों में मिट्टी को गर्म और गर्मियों में मिट्टी को ठंडा रखने में मदद मिलती है जिससे तापमान संतुलन बना रहता है और उत्पादन में वृद्धि देखने को मिलती है !

उर्वरकता में दिखेगा सुधार :- जैविक मल्चिंग के उपयोग से मिट्टी में जैविक तत्व बढ़ाते हैं और उत्पादन में वृद्धि हमें देखने को मिलती है !

मिलेगी उत्पादन में वृद्धि :- मल्चिंग पेपर तकनीक से खेती करने में किसानों को टमाटर की खेती में 20 से 25 फ़ीसदी की वृद्धि देखने को मिलेगी जिससे किसानों की आमदनी में भी वृद्धि होगी

मल्चिंग टेक्निक कैसे करें

खेत की अच्छी गहरी जुताई कर ले उसके बाद आप बेड बनाया उसे पर मल्चिंग सामग्री जैसे कि भूसा या गाने की खोई लगाए यह जैविक मल्चिंग है जिससे आपको उत्पादन में ज्यादा वृद्धि देखने को मिलेगी

यदि आप अजैविक मल्चिंग का इस्तेमाल करते हैं जैसे की प्लास्टिक शीट तो आप प्लास्टिक शीट में छोटे-छोटे छेद बनाया पौधों से पौधों की दूरी 45 से 60 सेंटीमीटर रखिए सिंचाई के लिए आप ड्रिंक रिग्रेशन सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं जिससे पौधों में अधिक समय तक नमी बनी रहे

कितनी लागत होगी और मुनाफा

किसान साथियों सबसे पहले मल्चिंग की खेती करने में आपकी लागत थोड़ी ज्यादा हो सकती है खास करके यदि आप गैर जैविक मल्चिंग जैसे की प्लास्टिक शीट का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आपको लंबे समय में मल्चिंग की खेती से मुनाफा रहेगा

क्योंकि आपका सिंचाई के लिए कम पानी का इस्तेमाल होगा खरपतवार नियंत्रण में आपको कम खर्च करना होगा और आपके उत्पादन में 25 से 30 फ़ीसदी की वृद्धि प्रति हेक्टेयर देखने को मिलेगी जिससे दीर्घकाल में आपको मल्चिंग तकनीक से अच्छा खासा मुनाफा देखने को मिलेगा

कुछ विशेष बातें मल्चिंग तकनीक को लेकर Mulching Paper Subsidy

किसान साथियों मल्चिंग तकनीक से खेती करने से पहले आप आपके क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ या फिर किसी अनुभवी किसान से इसके बारे मेंबिस्तर में जानकारी और जैविक मल्चिंग जैसे कि भूसा और गन्ने की खाई थोड़ी साली गली होनी आवश्यक है

मल्चिंग तकनीक का इस्तेमाल करने से पहले एक बार सॉइल का टेस्ट अवश्य करवा प्लास्टिक मल्चिंग का यदि आप इस्तेमाल करते हैं तो इस्तेमाल के बाद उसका आप ध्यान रखें की प्रदूषण ना पहले उसका सही नियंत्रण आप करें..Mulching Paper Subsidy

नोट; Mandikabhav.net वेबसाइट किसी भी सरकारी संस्था सरकारी विभाग या किसी भी सरकारी मंत्रालय से जुड़ी नहीं है ना ही किसी से कोई संबंध रखता है यहां सिर्फ एक व्यक्तिगत लेख एवं ब्लॉग है जिसमें दी गई समस्त जानकारी इंटरनेट के विभिन्न स्रोतों से ली गई है यदि इस आर्टिकल में किसी भी प्रकार की त्रुटि आई है तो कृपया क्षमा करें एवं हम से संपर्क करके कृपया उसे त्रुटि के बारे में बताएं हमारी टीम उसे त्रुटि को जल्द से जल्द सही करने का प्रयास करेगी धन्यवाद टीम Mandikabhav.net

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