सोयाबीन में ये फैसले रहेंगे महत्वपूर्ण मिलेगी मंदी से निजात क्या आयेगी तेजी जाने रिपोर्ट में !

WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now

सोयाबीन ने धरातल से ली तेजी की एक सांस जाने क्या कारण करेंगे अब बाजार को पूर्ण रूप से प्रभावित पड़े रिपोर्ट विस्तार से…

Soyabean Commodities Report | सोयाबीन के बाजार में हमें काफी दिनों से गिरावट देखने को मिल रही थी और सोयाबीन के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से ₹800 तक कम बाजार में चल रहे हैं इस गिरावट के पीछे कई कारण बाजार में है जिनकी बात हम काफी समय से करते आ रहे हैं सोयाबीन के भाव काफी धरातल पर आ गए हैं यहां से सोयाबीन में रिकवरी की उम्मीद कम नजर आ रही थी

लेकिन उसे समर्थन करने के लिए एक नया फैक्टर अब बाजार में आया है और यदि इस पर कुछ फैसला आता है तो निश्चित सोयाबीन बाजार को इसका समर्थन मिलेगा तेल तिलहन बाजार भारत का सबसे प्रमुख व्यापारिक बाजार है

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी तारीफ नीतियों के कारण दुनिया भर में विवादित रहते हैं और कभी भी व्यापार युद्ध छोड़ने से पीछे नहीं हटते हैं ताकि उनके स्थानीय व्यापार और किसानों को इसका लाभ मिले बाहर से आयात करने की जरूरत ना पड़े

अब ऐसा ही कुछ क़दम भारत सरकार उठाने सकती है सूत्रों की मैंने तो जिससे तेल तिलहन बाजार को काफी फायदा होने वाला है सोयाबीन के भाव जो धरातल पर चल रहे हैं इनमें कुछ रिकवरी आ सकती है

उसी के साथ में काफी फायदा किसानों को और व्यापारियों को होने वाला है आज के इस आर्टिकल में हम आपको सोयाबीन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं पिछले सप्ताह का पूरा लेखा-जोखा बताने वाले हैं उसी के साथ में बाजार में आगे क्या स्थिति बन सकती है और क्या प्रमुख कारक सोयाबीन बाजार को प्रभावित करेंगे आई जानते हैं

यहां भी पड़े =: अब सरकार दे रही बिना ब्याज के इस योजना के तहत 1 लाख तक का लोन !

सोयाबीन का पिछले सप्ताह क्या लेखा जोखा रहा Soyabean Commodities Report

पिछले सप्ताह शुरुआत में सोमवार के दिन सोयाबीन के सबसे प्रमुख कहा जाने वाला प्लांट कीर्ति प्लांट 4290 रुपए पर खुला था पिछले सप्ताह बाजार उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता हुआ

हमें दिखा बाजार में काफी फेरबदल हमें देखने को मिला है कीर्ति का लातूर प्लांट 4290 रूपए सोलापुर 4320 रुपए हिंगोली 4320 नांदेड़ 4320 रुपए पर खुला था और सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस यानी की शनिवार के दिन बाजार बंद होते-होते कीर्ति सोलापुर 4330 पर बंद

हुआ यानी कि पिछले सप्ताह के दौरान कीर्ति प्लांट के बाजार में ओवरऑल हमें सुधार देखने को मिली है यानी कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस बाजार बंद होते-होते बाजार में 10 तक की तेजी हमें देखने को मिली है सप्ताह के मध्य में यह मदी रही और प्लांट 4280 तक चला गया था

पिछले सप्ताह शुरुआत में देशभर की ओवरऑल आवक हमें देखने को मिली थी 270000 बोरियों की और सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस 160000 बोरियों पर आवक सिमट गई शनिवार के दिन कई मंडियों का अवकाश भी था मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के दाम 4000 से 4350 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए, Soyabean Commodities Report

यहां भी पड़े  =: आधार कार्ड से ले सकते हैं ₹200000 तक का लोन काफी आसानी से घर बैठे अपने फोन से ?

जबकि महाराष्ट्र की मंडियों में सोयाबीन के भाव 4000 से 4275 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। इस बीच, राजस्थान की मंडियों में इसके दाम 4000 से 4300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए मध्य प्रदेश में सोयाबीन के प्लांट डिलीवरी के भाव 4275 से 4350 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए,

जबकि महाराष्ट्र में सोयाबीन के प्लांट डिलीवरी भाव 4250 से 4350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस बीच, राजस्थान में प्लांट डिलीवरी दाम 4275 से 4300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए किसान साथियों बाजार में यहां स्थिरता नहीं है क्योंकि बाजार सप्ताह के मध्य में काफी निचले स्तर पर चला गया था वहां से कीर्ति प्लांट ने 20 से 30 की रिकवरी ली

यहां भी पड़े  =: सरसों बाजार में कहां तक बाजार जा सकता है पड़े तेजी मंदी की इस खास रिपोर्ट में !

यहां भी पड़े =: फरवरी मार्च में सोयाबीन के बाजार में तेजी की कितनी उम्मीद पड़े इस तेजी मंदि रिपोर्ट में !

बाजार को लेकर क्या खबरें अभी आ रही है | Soyabean Commodities Report

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हमेशा अपने व्यापार युद्ध टैरिफ नीति के कारण सुर्खियों में रहते हैं वह ऐसे फैसले लेते हैं जिससे वैश्विक स्तर पर व्यापार तो प्रभावित होता है उसी के साथ में अपने घरेलू स्तर के अमेरिकी व्यापार को भाव बढ़ावा देते हैं ताकि आयात पर उनके निर्भरता बिल्कुल कम हो जाए और डॉलर की कीमत में लगातार तेजी आई रहे इसी तरह हर एक देश यही चाहता है कि कम आयत हो और निर्यात ज्यादा हो

इसलिए अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हर एक देश पर अत्यधिक टैरिफ लगाकर रखते हैं अब ऐसे में हमारे भारतीय तेल तिलहन बाजार की हालत किसी से छुपी नहीं है बाजार इतने नीचे चल रहे हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹4892 रुपए तय किया गया है और बाजार में भाव अभी 4000 रुपए से लगाकर 4200 सोयाबीन के किसानों को मिल रहे हैं

यानी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के आसपास भी अभी भाव नहीं मिल पा रहे हैं ऐसे में किसानों को और तेल तिलहन व्यापारियों को समर्थन करने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है उन्होंने सितंबर में भी खाद्य तेल और कच्चे पाम तेल शुल्क में वृद्धि की थी जिसका सकारात्मक प्रभाव हमें बाजार पर देखने को मिला

किसानी सलाह के लिए  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

लेकिन प्रचुर मात्रा में पहले ही तेलों का आयात किया जा चुका था जिस कारण से बाजार एक सीमित दायरे में प्रभावित हुआ अब दोबारा से कुछ सरकारी सूत्रों के हवाले से खबरें आ रही है कि सरकार तेल तिलहन बाजार और सोयाबीन के भाव को समर्थन करने के लिए वानस्पतिक तेल और रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में वृद्धि कर सकती है

जिससे बाजार को इसका समर्थन मिलेगा उसी के साथ में जिन प्लांट संचालकों ने ऊंचे भावों पर सीजन के शुरुआत में सोयाबीन का स्टॉक किया था उन्हें भी कुछ राहत मिलेगी और उनके नुकसान की भरपाई हो सकेगी

लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि किसी भी आधिकारिक सूत्र द्वारा नहीं की गई है या सिर्फ कुछ सरकारी सूत्रों के द्वारा और मीडिया रिपोर्ट के द्वारा खबरें आ रही है यदि असल में तेल तिलहन बाजार को समर्थन सरकार के द्वारा किया जाता है और तेलों के आयात शुल्क में सरकार एक बार दोबारा से करती है तो

इसका सकारात्मक प्रभाव हमें बाजार पर देखने को मिलेगा और एक अच्छी रिकवरी सोयाबीन जगत में हमें देखने को मिल सकती है लेकिन यह खबरें अभी सिर्फ और सिर्फ एक मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से ही आ रही है लेकिन उसके बावजूद भी बाजार पर इसका सकारात्मक प्रभाव हमें देखने को मिल रहा है

किसानी सलाह के लिए  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

सोयाबीन के वर्तमान में क्या भाव देखने को मिल रहे हैं

Soyabean Commodities Report | बार्शी : ₹ 3500/4025  आवक : 2000 ( बोरी )वाशिम  : ₹ 3800/4000 आवक  : 3000 ( बोरी ) दर्यापुर  : ₹ 3400/4200  आवक  : 300 ( बोरी )  जालना  : ₹ 3950/4000  खामगाव  : ₹ 3200/4000 आवक : 5000 ( बोरी ) सागर : ₹ 3500/4100
आवक : 2500 ( बोरी )

घरेलू बाजार की क्या स्थिति है Soyabean Commodities Report

घरेलू बाजार में सोयाबीन की डिमांड एक सीमित दायरे में है इसका कारण यहां है कि भारतीय उपभोक्ता सस्ते दरों पर सस्ते पाम तेल का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं क्योंकि उसे पर आयात शुल्क काफी कम है

और वहां सोया तेल से सस्ता उन्हें अभी लग रहा है जिस कारण से भारतीय सोयाबीन की डिमांड बाजार में अभी कम है लेकिन सरकार में कुछ समय पहले इसी को देखते हुए सोया तेल रिफाइंड तेल पाम तेल के आयात शुल्क में वृद्धि की थी

किसानी सलाह के लिए  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

जिसका सकारात्मक प्रभाव हमें बाजार पर देखने को मिला और रिपोर्ट्स की माने तो पाम तेल का आयात कुछ हद तक अब कम हो रहा है जिससे बाजार में एक सकारात्मक उम्मीद जग रही है

बाजारों में डिमांड फेस्टिवल सीजन और शादी विवाह के कारण प्रभावित

हमारा भारत देश त्योहारों के लिए काफी प्रसिद्ध है और हर एक महीने में एक बड़ा फेस्टिवल हमारे देश में मनाया जाता है होली रमजान अब एक प्रमुख त्योहार आगे आने वाले हैं जिनके तहत बाजार में तेलों की खूब डिमांड निकलने वाली है

जिससे बाजार अछूत नहीं रहेगा उसी के साथ में भारतीय बाजारों में अब शादियों की रौनक भी जल्द देखने को मिलेगी शादियों की वजह से तेलों की डिमांड सातवें आसमान पर रहेगी और बाजार यहां से समर्थन लेकर सीधा-सीधा तेज होगा ऐसी उम्मीद है लगाई जा रही है यदि टैरिफ लगाया जाता है तो अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर भी सोया तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है

किसानी सलाह के लिए  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

और बाजार को समर्थन इस चीज से भी काफी मिलने वाला है लेकिन अब आने वाले दिनों में सोयाबीन का सबसे प्रमुख उत्पादक यानी सोयाबीन तेल में तेजी रहने वाली है जिसका हमें प्रभाव बाजार पर देखने को मिलेगा और बाजार समर्थन इस कारक से प्राप्त करेगा

अब आगे क्या स्थिति बन सकती है सोयाबीन बाजार में

भारतीय बाजारों में पूर्ण रूप से यदि प्राथमिकता दी जाती है तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ भी बड़ी घटना घटित होती है उसे यदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजारों में हमें तेजी देखने को मिलती है तो हमारे भारतीय बाजार भी इससे प्रभावित होते हैं और भारतीय बाजारों में भी हमें तेजी देखने को मिलती है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार युद्ध जैसी स्थिति और अनिश्चित बाजार को रोजाना प्रभावित कर रही है और उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करने के लिए मजबूर कर रही है

अब भारत सरकार यदि तेलों के आयात शुल्क में एक बार दोबारा से वृद्धि करती है और एक सटीक विश्लेषण करके आयात पर निर्भरता कम करती है और आयात को कम से कम करने की कोशिश करती है तो बाजार निश्चित ही रिकवरी ले लेगा लेकिन कुछ नकारात्मक पहलू भी बाजार को प्रभावित करेंगे

जैसे कि सोया DOc यानी सोया खली का निर्यात काफी कम हो जाना बाजार को नकारात्मक प्रभाव कर रहा है उसी के साथ में भारतीय मुर्गी पालन फार्म्स और पशुपालक फॉर्म्स अब सोया खली से अपना रुख हटा रहे हैं जिस कारण से बाजार काफी प्रभावित हो रहे हैं लेकिन अब सोया खली के दाम काफी कम हो गए हैं और उन्हें सस्ते विकल्प के तौर पर यदि कुछ नजर आएगा तो वह है सिर्फ सोया खली जिससे हो सकता है आगे आने वाले दिनों में सोया खली की भी कुछ डिमांड में इजाफा हो

किसानी सलाह के लिए  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

और एक अच्छी तेजी बाजार में सोया खली की देखने को मिले अब आगे आने वाले दिनों में सोयाबीन के बाजार की बात करें तो सप्ताह के आखिरी दिन जो हमें देखने को मिला कि बाजार में तेजी है यदि उसका प्रभाव देखने को मिलता है तो बाजार कुछ तेज हो सकते हैं और 31 मार्च को यदि सरकार वायदा कारोबार पर कुछ फैसला लेगी

और इंपोर्ट ड्यूटी पर कुछ ना कुछ महत्वपूर्ण फैसला जरूर आ सकता है और एक महीने की टैरिफ अवधि खत्म हो रही है यानी की तीन बड़े-बड़े मोमेंट्स सोयाबीन बाजार को अब प्रभावित करेंगे यदि यह तीनों सकारात्मक रहते हैं तो बाजार तेज होगा अन्यथा तेजी की कोई खास उम्मीद अब बाजार में देखने को नहीं मिल रही है

अराइवल्स अपने एक निश्चित स्तर पर ही कारोबार करती हुई हमें अब नजर आएंगे क्योंकि अधिकांश किसानों के पास से सोयाबीन अब निकल चुकी है और प्लांट्स और व्यापारियों के हाथ में सोयाबीन का स्टॉक अभी रखा हुआ है लेकिन वहां भी अब नुकसान में चल रहे हैं धन्यवाद अपना व्यापार अपने विवेक पर करें..Soyabean Commodities Report

यहां भी पड़े  =:  सोयाबीन में इंतजार खत्म आने वाले इतने दिन है महत्वपूर्ण जाने पूरी वजह इस स्पेशल रिपोर्ट में !

यहां भी पड़े =: नया गेहूं का श्री गणेश भाव पुराने गेहूं के पांच क्विंटल के बराबर जाने कौन सी मंडी में में इतना तेज बिका !

किसानी सलाह के लिए  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

भी पड़े =:  साल 2025 की नई सरसों का हो गया श्री गणेश चेक करे किस मंडी में आई और किस भाव पर बिकी !

यहां भी पड़े =: 2025 में भारत में पहला इलेक्ट्रॉनिक ट्रैक्टर हो गया लॉन्च जाने इसके फीचर्स और कीमत !

यहां भी पड़े =: किसान  सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त नहीं मिलेगी ऐसे किसान जो यहां काम पूरा नहीं करेंगे आईए जानते हैं

यहां भी पड़े =:गांव के बेरोजगार युवक खाद बीज की दुकान के लिए इस तरह प्राप्त करें लाइसेंस !

व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

यहां भी पड़े =: नया गेहूं का श्री गणेश भाव पुराने गेहूं के पांच क्विंटल के बराबर जाने कौन सी मंडी में में इतना तेज बिका !

किसानी सलाह के लिए  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां दबाए-:WATSUP GROUP में जुड़े

Leave a Comment