Dhan Ka Bhav : आयत की आई सबसे बड़ी खबर खबर धान में बाजार होगा बड़ा बदलाव ! सावधान

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 Dhan Ka Bhav : आयत की आई सबसे बड़ी खबर खबर धान में बाजार होगा बड़ा बदलाव ! सावधान निजी आयातकों द्वारा आयातित चावल का स्टॉक बाजार में जारी कर दिया गया है, जिससे स्थानीय बाजारों में चावल की कई किस्मों की मौजूदा कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी। भाव और तेजी मंदी  व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां यहां दबाए-: WATSUP GROUP में जुड़े

चावल आयात की अनुमति

03 दिसंबर को मंत्रिपरिषद ने 20 दिसंबर 2024 तक आयात नियंत्रण परमिट के बिना चावल के आयात की अनुमति देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके बाद आयातकों ने चावल का आयात शुरू कर दिया है और बताया गया है कि कल 75,000 किलोग्राम चावल सीमा शुल्क से मुक्त कर दिया गया। ¹

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चावल की कीमतें Chaval Ka Bhav

भारत से सांबा और सफेद कच्चे चावल का स्टॉक आयात किया गया है। आवश्यक खाद्य वस्तु आयातक एवं व्यापारी संघ ने कहा कि आज (12) और कल (13) द्वीप में अधिक चावल की खेप आने की उम्मीद है। ¹

वैश्विक चावल बाजार पर प्रभाव

वैश्विक चावल बाजार पर भारत के चावल निर्यात प्रतिबंध का प्रभाव पड़ेगा। थाईलैंड के चावल की एक खास किस्म 800 डॉलर प्रति टन पर बिक रही थी, लेकिन भारतीय चावल की पहुंच बढ़ने से पिछले कुछ दिनों में ही थाई किस्म के चावल का दाम गिरकर 710 डॉलर प्रति टन पर आ गया है।

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चावल अनुसंधान और विकास

अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) के नेताओं ने चावल अनुसंधान और विकास में सहयोगात्मक प्रयासों को आगे बढ़ाने पर चर्चा करने के लिए थाईलैंड के कृषि और सहकारिता मंत्रालय (एमओएसी) के मंत्री नारुमोन पिन्योसिनवात से मुलाकात की। ¹

निष्कर्ष Chaval Report Result

निजी आयातकों द्वारा आयातित चावल का स्टॉक बाजार में जारी कर दिया गया है, जिससे स्थानीय बाजारों में चावल की कई किस्मों की मौजूदा कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी। वैश्विक चावल बाजार पर भारत के चावल निर्यात प्रतिबंध का प्रभाव पड़ेगा और चावल अनुसंधान और विकास में सहयोगात्मक प्रयासों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की जा रही है।

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थाईलैंड में चावल उत्पादन की चुनौतियाँ और आईआरआरआई की भूमिका

थाईलैंड दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश है, लेकिन देश का चावल उत्पादन कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इन चुनौतियों में से एक चावल की खपत में वृद्धि है, जो थाईलैंड के चावल उत्पादन को बढ़ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

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चावल उत्पादन में चुनौतियाँ

थाईलैंड में चावल उत्पादन में कई चुनौतियाँ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:
  • चावल की खपत में वृद्धि: थाईलैंड में चावल की खपत में वृद्धि हो रही है, जो देश के चावल उत्पादन को बढ़ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
  • चावल के बीजों की कमी: थाईलैंड में चावल के बीजों की कमी है, जो देश के चावल उत्पादन को प्रभावित कर रही है।
  • चावल की खेती में कमी: थाईलैंड में चावल की खेती में कमी हो रही है, जो देश के चावल उत्पादन को प्रभावित कर रही है।
आईआरआरआई की भूमिका

अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) थाईलैंड में चावल उत्पादन में सुधार करने के लिए काम कर रहा है। आईआरआरआई ने थाईलैंड के साथ मिलकर चावल अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में कई परियोजनाएं शुरू की हैं।

चावल अनुसंधान और विकास

आईआरआरआई और थाईलैंड के बीच चावल अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है। इस सहयोग के तहत, दोनों पक्ष चावल की नई किस्मों के विकास, चावल की खेती में सुधार और चावल के उत्पादन में वृद्धि के लिए काम कर रहे हैं।

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निष्कर्ष

थाईलैंड में चावल उत्पादन में कई चुनौतियाँ हैं, लेकिन आईआरआरआई और थाईलैंड के बीच चावल अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है। इस सहयोग के तहत, दोनों पक्ष चावल की नई किस्मों के विकास, चावल की खेती में सुधार और चावल के उत्पादन में वृद्धि के लिए काम कर रहे हैं।

आईआरआरआई और थाईलैंड के बीच सहयोग: एक नई दिशा

हाल ही में आईआरआरआई और थाईलैंड के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है, जिसका उद्देश्य चावल अनुसंधान और उत्पादन में सहयोग करना है। इस समझौते के तहत, आईआरआरआई थाईलैंड को अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने में सहायता करेगा, साथ ही कृषि और चावल उत्पादन में राष्ट्रीय विभागों को टिकाऊ कृषि में नेतृत्व के लिए अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगा।

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थाईलैंड की भूमिका

थाईलैंड अपने मजबूत कृषि बुनियादी ढांचे और दक्षिण-पूर्व एशिया में भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाकर चावल अनुसंधान और उत्पादन के लिए एक क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम कर सकता है। यह केंद्र विशेष रूप से पड़ोसी दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में नवाचार और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए आईआरआरआई के वैश्विक नेटवर्क की विशेषज्ञता और पहुंच का समर्थन प्राप्त होगा।

निष्कर्ष chaval ke bhav

आईआरआरआई और थाईलैंड के बीच सहयोग एक महत्वपूर्ण कदम है जो चावल अनुसंधान और उत्पादन में सहयोग करने में मदद करेगा। इस समझौते के तहत, आईआरआरआई थाईलैंड को अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने में सहायता करेगा, साथ ही कृषि और चावल उत्पादन में राष्ट्रीय विभागों को टिकाऊ कृषि में नेतृत्व के लिए अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगा।

चावल की कीमतें: वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव

चावल की कीमतें वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव का सामना कर रही हैं। भारत, वियतनाम और थाईलैंड जैसे प्रमुख चावल उत्पादक देशों में कीमतें अलग-अलग हैं।

भारत में चावल की कीमतें

भारत में चावल की कीमतें रुपये में गिरावट के कारण प्रतिस्पर्धी बनी हुई हैं। एक वैश्विक व्यापार घराने के नई दिल्ली स्थित डीलर ने कहा, “रुपये में गिरावट से निर्यातकों को धान की लागत में वृद्धि के बावजूद प्रतिस्पर्धी कीमतों पर चावल की पेशकश करने में मदद मिल रही है।”

वियतनाम में चावल की कीमतें

वियतनाम में चावल की कीमतें यूएसडीए द्वारा आपूर्ति बढ़ने के पूर्वानुमान के बाद गिर गई हैं। वियतनाम खाद्य संघ के अनुसार, वियतनाम में 5% टूटे चावल की कीमत 509 डॉलर प्रति मीट्रिक टन थी, जो एक सप्ताह पहले 517 डॉलर थी।

थाईलैंड में चावल की कीमतें

थाईलैंड में चावल की कीमतें पिछले सप्ताह के 510 डॉलर से थोड़ी बढ़कर 510-515 डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गई हैं। बैंकॉक स्थित एक व्यापारी ने बताया कि वर्ष का अंत नजदीक आने के कारण मांग शांत है, तथा उन्होंने कहा कि जल स्तर अच्छा होने के कारण अगली फसल की आपूर्ति अच्छी रहेगी।

निष्कर्ष

चावल की कीमतें वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव का सामना कर रही हैं। भारत, वियतनाम और थाईलैंड जैसे प्रमुख चावल उत्पादक देशों में कीमतें अलग-अलग हैं। वैश्विक बाजार में चावल की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारकों में मौसम, आपूर्ति और मांग शामिल हैं।

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