दलहन तिलहन तेजी मंदी जून-जुलाई 2023

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दलहन तिलहन तेजी मंदी रिपोर्ट जून-जुलाई  2023

दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको  दलहन तिलहन तेजी मंदी जून-जुलाई 2023  जैसे कि सोयाबीन सरसों उड़द बाजरा मक्का गेहूं आदि सभी दलहन तिलहन की फसलों में आने वाले दिनों में जैसे कि मंदी जून-जुलाई में क्या तेजी मंदी रहेगी कि आपको करना रोकना है बेचना है इसके माध्यम से सभी सटीक जानकारी आपको उपलब्ध कराई जा रही है फिर भी अपना अंतिम निर्णय लेने से पहले अपने स्वविवेक से जरूर काम करें

आप सभी को इस पोस्ट में इन सभी प्रश्नों के उत्तर सरलता से मिलेंगे पुरी पोस्ट ज़रूर पढ़े 

1.सोयाबीन का भाव 2023 में क्या रहेगा?

2.सोयाबीन के भाव बढ़ेंगे?

3.सोयाबीन का भाव कम क्यों हो रहा है?

4.क्या भारत सोयाबीन निर्यात करता है?

5.2023 में कपास का भाव क्या रहेगा?

6.अमेरिका में सोयाबीन का क्या भाव है

7.सोयाबीन का सरकारी रेट क्या है?

8.सोयाबीन कैसे बिकते हैं?

9.2023 में चना का भाव क्या रहेगा?

10.क्या चना के भाव में तेजी आएगी?

11.चने का आज का ताजा भाव क्या है?

12.2023 का गेहूं का रेट क्या रहेगा?

13.सरसों का भाव कब बढ़ेगा 2023 में?

14.मध्यप्रदेश में चने का भाव क्या है?

15.सरसों में तेजी आएगी क्या?

16.2023 का गेहूं का रेट क्या रहेगा?

17.चना कब बढ़ेगा?

 

1.सरसो तेजी मंदी 2023

*सरसों* पिछले सप्ताह के दौरान बिकवाली बढ़ने और मांग कमजोर रहने से -75 रूपए प्रति कुंटल की गिरावट दर्ज हुआ, सरसो तेल और खल की कमजोर मांग के चलते सरसो के दाम कमजोर बने हुए हैं सरसों की कमजोर लिवाली और जोरदार बिकवाली के दाबाव के कारण सरसो में मंदी बढ़ रही है। सरसों बीते सप्ताह सरसो के भाव 75-200 रुपये तक टूटे। जयपुर सरसो इस सप्ताह 75, सलोनी 175 रुपये तक कमजोरी के साथ बंद हुआ। कमजोर मांग से सरसो तेल के भाव इस सप्ताह 3-4 रुपये/किलो गिरा वहीं खल की मांग भी ऊपरी स्तरों पर कमजोर पड़ी सरसो की मुकाबले सरसो तेल में गिरावट अधिक होने से सरसो की क्रशिंग में डिस्पैरिटी बढ़ी पिछले वर्ष इस समय सोया तेल सरसो तेल से 7-8 रुपये/किलो ऊँचा था जिसके चलते सरसो की रिफाइनिंग अच्छी हुई। इस वर्ष समीकरण बदल गया और सोया तेल सरसो तेल से 3-4 रुपये/किलो निचे चल रहा है। जिससे मीलों को पड़तल नहीं बैठ रहा है। डिस्पैरिटी के चलते मिल वाले अब जरुरत अनुसार माल पकड़ रहे हैं। मार्च महीने में सरसो खल का निर्यात 75% बढ़कर 2.48 लाख पंहचा जयपुर सरसो के चार्ट को देखें तो 5450 का तत्काल सपोर्ट है जिसके बाद 5380 पर मुख्य सपोर्ट है। 27 फरवरी को जयपुर सरसों 5450 के स्तर से ही बढ़ा था और अब भाव फिर उसी स्तर पर आ गया है। सरसो के भाव सपोर्ट के करीब है इसलिए जोखिम कम है। लेकिन सरसो में सुधार के लिए खाद्य तेलों में मजबूती जरुरी निकट भविष्य में बड़ी तेजी की उम्मीद कम है। बजार सीमित दायरे में घूमेगा।

2.चना तेजी मंदी अप्रैल मई 2023 chana future report 

*चना*

# बीते सप्ताह चना मंदा रहा,लेकिन शुक्रवार और शनिवार को मार्केट में उठाव रहा

# हालाकि सरकारी हस्तक्षेप की वजह से मार्केट काफी समय से नर्म है

# इसलिए मार्केट में 2/3 गाड़ी से ज्यादा का सौदे नही हो रहे

# अब देखा जाए तो चने का स्टॉक ठीक ठाक है ,ज्यादा नही है,और अच्छा माल भी कम है

# इसलिए चने में नीचे जाने के लिए कुछ भी नही है,अगर नीचे जायेगा तो बस 50/100रुपए वो भी 2/3 दिनो के लिए

*अभी धीरे धीरे मांग सुधरने की उम्मीद है,जिसके चलते मार्केट 25/50 करके थोड़ा उठ रही है*

*और ये उठाव बरकरार रह सकता है

3.मटर का भविष्य 2023

*मटर* बीते सप्ताह के दौरान मटर मे बिकवाली का दबाव बना रहने व मांग कमजोर बनी रहने से -50 रूपये प्रति कुन्टल गिरावट दर्ज हुआ, दाल मिलर्स की लिवाली कमजोर। इसी प्रकार ललितपुर मटर में भी इस साप्ताह 50 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी दर्ज की गयी और इस नरमी के साथ भाव सप्ताहांत में 3625/4300 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। बिकवाली का दबाव बढ़ने व लिवाली कमजोर बनी रहने से जालौन मटर में इस साप्ताह 170 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गयी और इस गिरावट के साथ भाव सप्ताहांत में 3950/4032 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। इसी प्रकार राठ मटर में भी इस साप्ताह 100 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा रहा और इस मंदे के साथ भाव सप्ताहांत में 3800/4000 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। मांग कमजोर बनी रहने से महोबा मटर 50 रुपए व कोंच मटर में 200 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गयी और इस गिरावट के साथ भाव सप्ताहांत में महोबा 3900/4350 रुपए व कोंच 4000/4100 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। फिलहाल सरकार की सख्ती से सभी दाल में व्यापार दबा हुआ है। आगे जैसे ही दोबारा मांग निकलेगी बाजार फिर से चलने लगेगा।

4.गेहूं का भविष्य मई जून 2023 Gehu future report 2023

*गेहूं* हम मानते हैं कि
गेहूं की आवक का पीक सीजन चल रहा है, लेकिन सरकार
द्वारा 18 प्रतिशत डैमेज वाले माल सभी राज्यों में खरीदे जाने
से अब तक केंद्रीय पूल में 111 लाख मैट्रिक टन से ऊपर
खरीद हो चुकी है तथा संभावना यह है कि इस बार सरकार
341.5 लाख मैट्रिक टन के लक्ष्य तक पहुंच जाएगी, इस
स्थिति में हल्का एवं बढ़िया दोनों ही गेहूं लगातार बिकते जा
रहे हैं, जिससे इसमें मंदे की गुंजाइश नहीं है। आज भी 5/10
रुपए प्रति क्विंटल की बढ़त पर 2280/2290 रुपए प्रति क्विंटल
तक व्यापार हो गया तथा संभावना यह है कि आगे और बढ़ जाएगा।

5.चीनी का भविष्य कैसा रहेगा? 

*चीनी* ग्राहकी कमजोर
होने तथा रिसेलरों की बिकवाली आने से मिल डिलीवरी चीनी
10/30 रुपए घटकर 3600/3750 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी
उठाव न होने से हाजिर चीनी के भाव 3900/4000 रुपए प्रति
क्विंटल पर दबे रहे | महाराष्ट्र की मंडियों में उठाव न होने से
चीनी में कारोबार कमजोर रहा। आने वाले दिनों में इसमें
ज्यादा मंदे की संभावना नहीं है बाजार रूका रहेगा।

6.बाजरा भविष्य रिपोर्ट

*बाजरा* यद्यपि बाजरे का
स्टाक ज्यादा नहीं है तथापि मक्की के भाव काफी नीचे आ
जाने से बाजरे की बिक्री पोल्ट्री उद्योग में जीरो रह गई है। नई
फसल अभी आने वाले नहीं है, जिससे ज्यादा घटने की भी
बात नहीं है, लेकिन जब तक मक्की, बाजरे से नीचे रहेगी, तब
तक बाजरे का व्यापार पोल्ट्री उद्योग में नहीं होगा । डिस्टीलरी
उद्योग में ही माल जाएगा । अतः अभी कुछ दिन यही ठहराव
की उम्मीद है, लेकिन जड़ में बिल्कुल मंदा नहीं है। मौली
बरवाला पहुंच में 2225 रुपए प्रति क्विंटल का व्यापार हो रहा
है, जिसमें 20/25 रुपए केवल मुश्किल से घट सकता है।

6.चावल की तेजी मंदी रिपोर्ट 
*चावल* नया
धान आने में अभी लंबा समय बाकी है। दूसरी ओर
निर्यातकों के शिपमेंट के लिए विभिन्न तरह के बासमती चावल
सेला व स्टीम की जरूरत पड़ने लगी है। यही कारण है कि
पिछले दो-तीन दिनों से बाजार 150/200 रुपए प्रति क्विंटल
बढ़ गए हैं तथा नई फसल निकट में कोई आने वाली नहीं है।
साठी फसल बढ़िया जरूर बता रहे हैं, लेकिन पाइपलाइन में
माल ना होने से उसका प्रभाव भी ज्यादा नहीं पड़ने वाला है।
अतः आगे बाजार तेज ही रहेगा ।

 

 

7.चना की शॉर्ट टर्म रिपोर्ट चना future report 2023
*चना: चैन में फिलहाल बाजार दिल्ली एमपी चना 5000 के आस पास ही घूमेगा क्योंकि सरकार की सख्ती से चने में व्यापार बहुत कम हो रहा है। मंडियो में माल की आवक नही है पर सरकार की सख्ती से व्यापार नीरस हो गया है फिलहाल। इसलिए अभी चने में केवल जरूरत का ही काम करते रहिए फिलहाल। आगे तेजी तभी बनेगी जब सरकार सख्ती कम करेगी। शॉर्ट टर्म में बाजार 25 रुपए अपडाउन करेगा।*

8.मसूर का ताजा भविष्य masur future report 2023

*मसूर: फिलहाल मसूर में कोई बड़ा उतार चढ़ाव देखने को नही मिलेगा मसूर बाजार सीमित दायरे में घूमेगा आप भी सीमित दायरे में काम कीजिए अभी। शॉर्ट टर्म में बाजार 25 50 सुधर सकता है।*

 

9.डालर चना का ताजा भविष्य डालर चना तेजी मंदी रिपोर्ट

 
*काबुली छोला: काबुली में फिलहाल मांग नीरस है इसलिए अभी कुछ दिन बाजार सीमित दायरे में घूमेगा इसलिए अभी आपको सीमित दायरे में ही काम करते रहना चाइए।*

10.Tuar ka bhavishya tuar future report 2023
*तुवर: निचले भाव पर मांग निकलने से तुवर में बाजार थोड़ा मजबूत हुआ है। ओर आगे यह से थोड़ी और तेजी की उम्मीद की जा सकती है। अभी तक तुवर में जो मंदा आया था वो केवल सरकार की सख्ती से आया था। आगे देखे तो जैसे जैसे सरकार ढील देखी बाजार वापिस सुधरेगा पर सरकार की नजर तुवर पर है इसलिए बढ़े भाव में मुनाफा जरूर लेते रहे। शॉर्ट टर्म में बाजार 50 रुपए सुधर सकता है।*

11.मुंग का ताजा भाव मुंग तेजी मंदी रिपोर्ट *

मूंग: मूंग में जैसा की हमने आपको बताया था मंदा जारी है। आगे देखे तो मूंग में आगे भी जैसे जैसे नई फसल आयेगी बाजार टूटता जाएगा। बीच बीच में टेंपरेरी उछाल आया भी तो उसमे फसना नही है। मूंग में अभी केवल जरूरत का ही काम करते रहिए।*

12. उरद की तेजी मंदी रिपोर्ट उरद भविष्य 2023
*उरद: उरद में भी निचले भाव पर मांग निकलने से बाजार सुधरा है आगे देखे तो आगे अभी यह से उरद में थोड़ा और बाजार सुधरने की उम्मीद है। फिलहाल उरद पे सरकार की नजर है जिससे बाजार दबा हुआ है। पर जड़ में बिलकुल मंदा नही है। आगे जैसे ही सरकार ढील देगी बाजार चलने लगेगा। शॉर्ट टर्म में बाजार 50 रुपए सुधर सकता है।*

 

13. सोयाबीन भविष्य अप्रैल मई 2023 soyabean future report 

सोयाबीन* पिछले सप्ताह के दौरान प्लांट बालो की कमजोर मांग और पर्याप्त सप्लाई से सोयाबीन में बीते सप्ताह में -120 रूपये प्रति कुन्टल गिरावट दर्ज हुआ,महाराष्ट्र और एमपी के प्लांट डीलीवरी भाव में औसतन 100-150 रुपये/क्विंटल की गिरावट देखी गई। गिरावट को देखते हुए सोयाबीन की बिकवाली भी घटी है। सोया तेल और सोयमील में उठाव न मिलने से की वजह से सोयाबीन के भाव में गिरावट दर्ज की गयी। मार्च महीने में भारत से सोयमील का निर्यात, फरवरी की तुलना में मात्र 2% बढ़कर 2.35 लाख टन पहुंचा। अंतराष्ट्रीय बाजार की तुलना में अब भारत का सोयमील ऊँचे भाव पर बिक रहा है। ऊँचे भाव होने की वजह से भारत का सोयमील निर्यात मांग कमजोर पड़ सकता है। सोयमील की घरेलू मांग मजबूत बताई जा रही है जिसके चलते गिरावट पर ग्राहकी निकलेगी। अंतराष्ट्रीय बाजार में अब ब्राजील की सोयाबीन की उपलब्धता बढ़ी है। जिसके चलते सीबीओटी सोयाबीन दबाव में है।ब्राज़ील में सोयाबीन के उत्पादन में बढ़ोतरी के चलते अमेरिकी सोयाबीन का प्रीमियम गिर गया है। देश विदेश में सोयाबीन के अधिक स्टॉक होने से सोयाबीन में बड़ी तेजी की उम्मीद कम है। जैसा की कीर्ति के चार्ट पर देख सकते हैं 5720 के करीब पहुंचकर भाव फिर घट गए हैं। और अब अपने सपोर्ट के करीब है। अगले सीज़न की बुवाई और मानसून की प्रगति पर सोयाबीन की चाल अगले कुछ महीनों में तय होगी। मौसम विभाग ने मानसून नार्मल से कमजोर रहने का अनुमान दिया है वहीं सोयाबीन के भाव घटने से किसान इस वर्ष बुवाई घटा सकता है। महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट के भाव निचे में 5200 का सपोर्ट है और ऊपर में 5720 का रेजिस्टेंस जिसके बीच भाव कारोबार करते नजर आएँगे।

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